डिप्टी जेलर पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप:अब चित्रकूट जेल में रहेंगे आनंद गिरी !
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरी की मौत के मामले में सीबीआई द्वारा आरोपी बनाए गए आनंद गिरि अब चित्रकूट जेल में रहेंगे । शुक्रवार को सरकार से इस संबंध में आदेश मिलने के बाद आनंद गिरि को नैनी सेंट्रल जेल से सुबह साढ़े सात बजे बेहद गुपचुप तरीके से चित्रकूट जेल भेज दिया गया है.
आनंद गिरि के वकीलों द्वारा आनंद गिरि को परेशान करने और डिप्टी जेलर पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाने के बाद यह फैसला लिया गया है.
नैनी जेल के जनरल बैरक में रह रहे थे आनंद गिरी
अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष रहे महंत नरेंद्र गिरि 20 सितंबर 2021 को मठ बाघंबरी गद्दी के कमरे में मृत पाए गए थे। छोटे महंत के नाम से मशहूर आनंद गिरी को पुलिस ने महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध मौत के मामले में गिरफ्तार किया था.
सीबीआई जांच के बाद उनके खिलाफ आरोपपत्र सत्र अदालत में पेश किया गया, जिसके बाद उन्हें नैनी सेंट्रल जेल भेज दिया गया. इस समय आनंद गिरि नैनी सेंट्रल जेल में सामान्य कैदी की तरह रह रहे थे।
डिप्टी जेलर पर जान से मारने की धमकी देने का आरोप
आनंद गिरि के वकील विजय कुमार द्विवेदी और बृज बिहारी 16 अगस्त को अपने मुवक्किल आनंद गिरी से मिलने गए थे. आरोप है कि जब आनंद गिरी और वकीलों के बीच बातचीत हुई तो उसी समय डिप्टी जेलर आरके सिंह भी वहां पहुंच गए.
विजय द्विवेदी और उनके वकील बृज बिहारी मिश्रा की शिकायत के मुताबिक डिप्टी जेलर ने आनंद गिरी को जान से मारने की धमकी दी.
इसका विरोध करने पर उसने मारपीट की और जातिसूचक शब्दों से गाली-गलौज भी की। अधिवक्ताओं ने बीच-बचाव करने की कोशिश की तो उनके साथ भी गाली-गलौज की गई।
वरिष्ठ जेल अधीक्षक ने किया आरोप खारिज
हालांकि जब इस बारे में वरिष्ठ जेल अधीक्षक पीएन पांडेय से बात की गई तो उन्होंने आरोपों से साफ इनकार किया। उनका कहना है कि वकील आनंद गिरी के अलावा किसी और कैदी से मिलने की कोशिश कर रहे थे, जिसका केस वह नहीं लड़ रहे हैं, इसलिए डिप्टी जेलर ने इनकार कर दिया.
इससे अधिवक्ता भड़क गए और आपत्तिजनक आरोप लगाए। फिलहाल ऐहतियात के तौर पर आनंद गिरी को चित्रकूट जेल में शिफ्ट कर दिया गया है।
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