जाटलैंड बनाम बृजभूषणशरण सिंह : कमजोर विपक्ष की गिरती मनःस्थिति -डॉ.रोहित
पहलवानों द्वारा लगाए गए आरोपों की जांच के लिए खेल मंत्रालय द्वारा बॉक्सर मैरी कॉम की अध्यक्षता में गठित कमेटी द्वारा बृजभूषण शरण सिंह को निर्दोष बताया गया है । आरोप लगना और अपराधी साबित होने का निर्णय कोर्ट या न्यायिक समिति तय करती है, आंदोलन एवं हड़ताल से अनैतिक दबाव बनाना खिलाड़ियों की क्रेडिबिलिटी कम करेगा ।
मुद्दा जाटलैंड से जुड़ा हुआ है जो कांग्रेस, टिकैत आंदोलन गिरोह, प्रो खालिस्तानी मूवमेंट द्वारा राजनीतिक ध्रुवीकरण का एजेंडा बन चुका है इसका जीवंत उदाहरण देश ने कई बार कई रूपों में देखा है । आने वाले हरियाणा एवं लोकसभा चुनाव में खिलाड़ियों की डिग्निटी का इस्तेमाल करने और अपनी राजनीतिक रोटी सीखने के लिए विपक्ष तत्पर है ।
उपरोक्त विषय पर अखिलेश यादव की खामोशी, बाबा रामदेव से विवाद एवं पत्रकार रजत शर्मा द्वारा बृजभूषण का खुलकर विरोध करना एकांकिक रूप से घटनाक्रम के कैडर बेस्ड पॉलिटिक्स की तरफ इशारा कर रहा ।
उपरोक्त मुद्दे की शुरुआत ओलंपिक में जाने के लिए मेडललिस्ट खिलाड़ियों को अन्य खिलाड़ियों की तरह अनिवार्य रूप से ट्रायल देने और मेरिट के आधार पर अहर्ता हासिल करने का विरोध है जो कि अन्य आरोपों की तरफ बढ़ चुका है, बाकी देशभर के अन्य खिलाड़ियों को उपरोक्त विषयों पर कोई समस्या नहीं है ।
बृजभूषण शरण सिंह की छवी संदेहास्पद है इसपर को कोई दो राय नहीं, इसकी न्यायिक जांच होनी है परंतु आज से 5 साल पुराने मुद्दे को आधार बनाकर यौन उत्पीड़न का आरोप तय करना और जबरन उसको मनवाने के लिए हड़ताल, आंदोलन करना, नई संसद भवन के उद्घाटन के समय अराजकता फैलाना आने वाले समय में जनता के मन में जाटलैंड के खिलाड़ियों की छवि धूमिल करेगा ।
Comments