मिला गुरु गोरक्षनाथका आशीर्वाद ,सफल हुई गुरु गोरक्षनाथ स्वास्थ्य सेवा यात्रा: हुआ रिकार्डतोड़ वनवासियों का स्वास्थ्य परीक्षण !
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- खबरें हटके
- Updated: 27 February, 2023 04:09
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भारत नेपाल सीमावर्ती क्षेत्र के जिले लखीमपुर, बलरामपुर, श्रावस्ती, बहराइच, महाराजगंज, सिद्धार्थनगर मे राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अवध प्रांत द्वारा चलाए जा रहे गुरु गोरखनाथ स्वास्थ सेवा यात्रा जोकि मुख्यता थारू जनजाति के लोगों के स्वास्थ्य परीक्षण एवं जागरूकता के लिए जानी जाती है जिसका उद्घाटन मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ उपमुख्यमंत्री, श्री बृजेश पाठक, समाज कल्याण मंत्री असीम अरुण द्वारा 23 फरवरी को किया गया था, इस यात्रा में लगभग 40 संस्थानों के 600 से अधिक चिकित्सक एवं चिकित्सक छात्र वन्य क्षेत्र, ग्रामीण परिवेश में वनवासी समुदाय के स्वास्थ्य संबंधित जागरण एवं स्वास्थ्य परीक्षण करते हुए 3 दिवस के लिए स्थानीय लोगों के घर रुक कर अपनी सेवाएं दी , इन निशुल्क स्वास्थ्य शिविरों के माध्यम से अब तक 125000 लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण किया गया । सूत्रों की माने तो नेपाल और सीमावर्ती क्षेत्रों में इस कार्यकर्म की काफी ज्यादा तारीफ हो रही, प्रत्येक जिले में वृहत मेगा कैंप आयोजित हुए जिसमें लखीमपुर जिले में मुख्य अतिथि के रूप मे मंत्री जेपीएस राठौर, बलरामपुर में राज्यमंत्री सतीश शर्मा, बहराइच में राज्यमंत्री दिनेश प्रताप सिंह, श्रावस्ती में राज्यमंत्री रजनी तिवारी, महाराजगंज एवं सिद्धार्थनगर में सूचना आयुक्त श्री सुभाष सिंह मौजूद रहे ।
उपरोक्त यात्रा प्रत्येक वर्ष राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अवध प्रांत के प्रांत प्रचारक कौशल किशोर जी के संरक्षण में आयोजित की जाती है जिसका उद्देश्य थारो जनजाति के लोगों में स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता सजक की जा सके । 24,25, एंव 26 फरवरी में आयोजित गोरखनाथ यात्रा में संघ के अनुषांगिक संगठन नेशनल मेडिकोज ऑर्गेनाइजेशन सेवा भारती विद्या भारती सीमा वनवासी कल्याण आश्रम जागरण मंच एकल अभियान विश्व हिंदू परिषद द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की जाती है । थारू जनजाति एवं अन्य वनवासी समुदाय में गंभीर बीमारी के लिए रेफरल सिस्टम के तहत केजीएमयू मेडिकल कॉलेज पीजीआई लोहिया संस्थान में भेजने एवं उपचार के लिए व्यवस्था की जाती है थारू जनजाति में मुख्यता एनीमिया एवं फंगल इन्फेक्शन बीमारी के रूप में सामान्य तौर से पाए जाते हैं जिस पर संगठन के चिकित्सकों द्वारा अनेक रूप से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर शोध कार्य जारी है कई रिसर्च शोध पत्रिकाओं में प्रकाशित भी किए जा चुके हैं स्वास्थ्य मेले की कार्य योजना बनाने से लेकर समापन तक हजारों की संख्या में राक्षस की भावना को केंद्र में रखते हुए स्वयंसेवक सहयोग करते हैं ।उपरोक्त जानकारी डॉक्टर रोहित, जिला सह महाविद्यालयीन प्रमुख लखनऊ, यात्रा प्रभारी लखीमपुर द्वारा दी गयी !
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