शिवसेना Vs शिंदेसेना ,कौन जीतेगा महाराष्ट्र का राजनीतिक दंगल ?
अब हम आपको मुम्बई में बन रही राजनीति की फिल्म का अगला अध्याय दिखाएंगे, जहां नई सरकार बनाने के लिए अब बीजेपी खुल कर सामने आ गई है. BJP ने एकनाथ शिंदे का समर्थन करने वाले विधायकों को NDA में शामिल करके उन्हें राज्य सरकार में पांच मंत्री पद और केन्द्र सरकार में दो मंत्री पद ऑफर किए हैं. दूसरी तरफ शिवसेना के नेता संजय राउत ने ये कह कर एक नया दांव खेला है कि अगर सभी बागी विधायक शिवसेना में लौट आएं तो शिवसेना, NCP और कांग्रेस के साथ अपना गठबन्धन तोड़ सकती है. संजय रावत के बयान ने NCP और कांग्रेस को चिंता में डाल दिया है, क्योंकि शिवसेना अब साफ-साफ कह रही है कि वो पार्टी बचाने के लिए NCP और कांग्रेस से अपने रिश्ते तोड़ने के लिए तैयार है.
अजीत पवार को भी हुई हैरानी
संजय राउत के इस बयान पर NCP नेता अजीत पवार ने भी हैरानी जताई है और कहा है कि वो इस मुद्दे पर उद्धव ठाकरे से बात करेंगे. इसके अलावा अब से कुछ देर पहले शरद पवार ने भी एक प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा है कि वो भी उद्धव ठाकरे से इस पर बात करेंगे.
विधायकों को बन्धक बनाने का आरोप
शिवसेना के नेता संजय राउत और विधायक नितिन देशमुख ने आज एकनाथ शिंदे पर पार्टी विधायकों को जबरदस्ती गुवाहाटी में बन्धक बनाकर रखने का आरोप लगाया. साथ ही ये भी कहा कि एकनाथ शिंदे के गुट के 21 विधायक उनके सम्पर्क में हैं और वो वापस शिवसेना में लौटना चाहते हैं. नितिन देशमुख वही नेता हैं, जो एक दिन पहले सूरत से अचानक मुम्बई आ गए थे और उन्होंने आरोप लगाया था कि एकनाथ शिंदे ने उन पर उद्धव ठाकरे का विरोध करने के लिए दबाव बनाया और जब वो इसके लिए तैयार नहीं हुए तो उन्हें Heart Attack बता कर सूरत के एक अस्पताल में भर्ती करा दिया गया. जिसके बाद वो किसी तरह सूरत से मुम्बई वापस लौट आए.
तस्वीरें कुछ और ही कह रही हैं
यानी संजय राउत का दावा है कि जो विधायक अभी एकनाथ शिंदे के साथ गुवाहाटी के होटेल में रुके हुए हैं, उन्हें डराया धमकाया गया है. लेकिन हम आपको गुवाहाटी से आई कुछ तस्वीरें दिखाना चाहते हैं, जिनमें आप शिवसेना के बागी विधायकों को एकनाथ शिंदे के पैर छूते हुए देख सकते हैं. अब सोचिए, क्या इन तस्वीरों को देख कर आपको कहीं से भी ऐसा लग रहा है कि इन विधायकों को डराया, धमकाया गया हो? एकनाथ शिंदे ने होटेल के अन्दर की कुछ और तस्वीरें जारी की हैं, जिनमें उनके साथ कुल 42 विधायक नजर आ रहे हैं. हालांकि एकनाथ शिंदे ने दावा किया है कि इस समय गुवाहाटी में उनके साथ कुल 48 विधायक हैं. जिनमें से 41 विधायक शिवसेना के हैं और 7 विधायक निर्दलीय हैं. शिवसेना के पास कुल 55 विधायक हैं. और अगर एकनाथ शिंदे सही कह रहे हैं तो इस हिसाब से उद्धव ठाकरे के पास अब सिर्फ 55 में से 14 विधायक ही बचे हैं.
Comments