खोखा राय का ठंडा दही बड़ा जो खाया फिर भूल नहीं पाया, आपने भी लिया क्या इसका लजीज स्वाद
शहीद चंद्रशेखर आजाद पार्क (कंपनीबाग) के मुख्य द्वार के बगल ही ठेले पर यह दुकान लगती है। वर्ष 1951 में खोखा राय ने यहां ठंडा दही-बड़ा बेचना शुरू किया। सिर पर वह लाल रंग की टोपी लगाते थे। इसलिए ठेले पर उन्होंने लाल रंग का खोखा लगा लिया।सिविल लाइंस अपने इतिहास के साथ ही स्वाद के लिए भी प्रसिद्ध है। यहां ठेले पर मिलने वाला सात दशकों से मशहूर खाेखा राय का ठंडा दही बड़ा आज भी लोगों का पसंदीदा है। इसकी लाजवाब खुशबू हर किसी को अपनी ओर आकर्षित करता है। उड़द के दाल से नमकीन बड़ा तैयार किया जाता है। इसमें मेवों का भी इस्तेमाल होता है। इसे जब दही के बीच से निकालकर दिया जाता है कि इसका स्वाद गजब का हो जाता है। गर्मी के मौसम में इसके सेवन से पेट तो ठंडा होता ही है, साथ ही पाचन तंत्र भी ठीक रहता है।
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