Amrit Bharat Logo

Saturday 12 Apr 2025 6:27 AM

Breaking News:

होटल पर चढ़े 50-60 लोगों ने बरसाए पत्थर; 8 जगहों से आए थे उपद्रवी....प्रयागराज अटाला हिंसा

प्रयागराज के अटाला में 10 जून की दोपहर जुमे की नमाज के बाद पत्थरबाजी और आगजनी के चश्मदीद सामने आने लगे हैं। अटाला के पार्षद मोइनुद्दीन और एक बांग्लादेशी महिला ने हिंसा के बीच फेंके गए पहले पत्थर की कहानी बयां की है। पार्षद ने कहा- हिंसा पूरी तरह से प्री-प्लांड थी।

होटल गौसिया की छत पर 50-60 लोग इकट्‌ठा थे। यहीं से सबसे पहले पत्थरबाजी हुई थी। यही वजह है कि पुलिस ने सबसे पहले इन्हीं इलाकों के CCTV फुटेज देखे और उपद्रवियों की पहचान की।

अटाला में हिंसा फैलाने वालों में बाहरी लोग भी शामिल थे। झूंसी, नैनी, करेलाबाग, करेली, गंगागंज, न्यायपुर, दोंडीपुर, गढ़ी सराय जैसे 8 इलाकों के लड़के आए थे, इनका ताल्लुक एक पॉलिटिकल पार्टी से है, इस बारे में पुलिस को बताया गया है। 

बांग्लादेशी महिला बोली- मार्केट गई थी, फिर अचानक पत्थर चलने लगे
बांग्लादेशी महिला ने कहा, 'मैं घर के बाहर कुछ काम से निकली हुई थी। समय यही कोई 1.30 बजे होंगे। बाजार में सब कुछ सामान्य नजर आ रहा था। लोग सामान्य खरीदारी कर रहे थे। अचानक मुस्तफा मार्केट तिराहे की तरफ से भीड़ आती दिखी। हम लोग तो घबरा गए थे। समझ नहीं आया कि किधर जाएं।

फिर कुछ भी समझ में आने से पहले पत्थर चलने लगे। मेरे साथ एक और महिला थीं, जिनके सिर पर आकर पत्थर लगा। उनकी चीख निकल गई और खून बहने लगा। मुझे लगा अब हम मरने वाले हैं...। इसी बीच दूसरी तरफ से भी लोग आ गए। कुछ नारेबाजी भी हो रही थी, लेकिन हमें समझ नहीं आया।

इसी बीच पुलिस आती है। वो लोग लाठियां हिलाते हुए पत्थर फेंकने वालों को डराने लगते हैं। लेकिन, कोई डर नहीं रहा था। मुझे लगता है कि वो लोग अकबरपुर वाले थे।'

फरार आरोपियों की कुर्क होगी संपत्ति
प्रयागराज में अब तक 177 उपद्रवियों की फोटो जारी हो चुकी है। इनमें ऐसे उपद्रवियों को भी शामिल किया गया है, जिन्होंने कोर्ट में सरेंडर नहीं किया है। अब तक 68 लोगों को गिरफ्तार करके जेल भेजा गया है। 5400 लोगों को उपद्रव का आरोपी बनाया गया है।

एडीजी ने कहा कि उपद्रवियों की पहचान के लिए तीन नंबर 9454402863, 7905509853 और 8941001786 जारी किए गए हैं। इन पर कॉल या वॉट्सऐप कर जानकारी दे सकते हैं। सूचना देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।

Comments

Leave A Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *