अतीक-अशरफ के तीनों शूटरों से जेल में होगी पूछताछ: एसआईटी ने कोर्ट से मांगी अनुमति , जून में अरुण, सन्नी और लवलेश के खिलाफ चार्जशीट दाखिल होगी!
माफिया अतीक और अशरफ की 15 अप्रैल को प्रयागराज के केल्विन अस्पताल में मेडिकल जांच के लिए ले जाते समय हत्या कर दी गई थी.
प्रयागराज में 15 अप्रैल को माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की पुलिस हिरासत में हत्या कर दी गई थी. हत्या के आरोपी शूटर लवलेश तिवारी, सन्नी सिंह और अरुण मौर्य से एसआईटी फिर पूछताछ करेगी। एसआईटी को अभी भी कई सवालों के जवाब नहीं मिले हैं। दूसरी ओर, एसआईटी जून के अंतिम सप्ताह तक हत्यारों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर रही है।
हत्या जिग्ना पिस्तौल से की गई थी , FSL रिपोर्ट में हुआ खुलासा...
जून के आखिरी हफ्ते में पुलिस अतीक और अशरफ की हत्या के मामले में चार्जशीट दाखिल कर सकती है। पुलिस ने हत्यारों सन्नी सिंह, लवलेश तिवारी, अरुण मौर्य के खिलाफ चार्जशीट दाखिल करने की तैयारी कर ली है। हथियारों की फॉरेंसिक जांच को आधार बनाया जा रहा है। हत्या में प्रयुक्त हथियारों की फॉरेंसिक जांच व एफएसएल रिपोर्ट से खुलासा हुआ है कि हत्या जिग्ना पिस्टल से की गई है। साजिश रचने का मुख्य आरोपी शूटर सन्नी सिंह को मानकर एसआईटी चल रही है। लवलेश, अरुण को सनी सिंह ने हत्या के लिए तैयार किया था। हत्या से जुड़े वीडियो, सीसीटीवी फुटेज भी जांच में शामिल हैं।
बिना मोबाइल के शूटरों से कैसे संपर्क में रहा सनी सिंह?
पुलिस और एसआईटी ने न तो शूटरों के पास से कोई मोबाइल बरामद किया है और न ही उस होटल से जहां वे ठहरे थे। ऐसे में सबसे बड़ा सवाल यह है कि अगर सनी सिंह मोबाइल का इस्तेमाल नहीं कर रहा था तो वह शूटरों के संपर्क में कैसे रहा? साथ ही तीनों एक साथ केल्विन अस्पताल कैसे पहुंच सकते थे। इसके अलावा एक और सवाल उठ रहा है कि आखिर तुर्की की जिग्ना पिस्टल और लॉरेंस विश्नोई गैंग का क्या कनेक्शन है. इस गिरोह का नाम सामने आया था कि शूटरों ने यहां से महंगी पिस्टल मंगवाई थी। हमलावरों तक तुर्की पिस्टल कैसे पहुंची? इसके अलावा इन तीनों का ब्रेनवॉश करने वाला मुख्य साजिशकर्ता कौन है, इन सवालों के जवाब अभी एसआईटी के पास नहीं हैं.
माफिया अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की 15 अप्रैल 2023 को केल्विन अस्पताल में पुलिस हिरासत में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी. हत्या के आरोपी सनी सिंह, लवलेश तिवारी और अरुण मौर्य ने मौके पर ही पुलिस के सामने सरेंडर कर दिया था. हत्या के बाद सन्नी सिंह का बयान आया कि उसने माफिया डॉन बनने के लिए अतीक अहमद और अशरफ की हत्या की थी। इसके पीछे किसी और का हाथ नहीं है।अरुण मौर्य का अतीक अहमद के बेटे असद से संपर्क था। पुलिस की जांच में यह खुलासा हुआ है।
तीनों हत्यारों के बयान विश्वसनीय नहीं लग रहे हैं।
एसआईटी अभी यह खुलासा नहीं कर पाई है कि बिना मोबाइल के तीनों के बीच बातचीत का माध्यम क्या था। क्या कोई चौथा व्यक्ति था जिसने तीनों को लाकर केल्विन अस्पताल में छोड़ा था। क्या मौके पर लावारिस पाई गई बाइकें पहले से लाकर अस्पताल परिसर में खड़ी कर दी गई थी। सवाल यह भी है कि तीनों की साजिश में शामिल और कौन लोग हैं। कैसे इन तीनों ने बिना किसी प्लानिंग के अतीक और अशरफ को मार डाला।इन सवालों के जवाब अभी तक नहीं मिले हैं। शुरुआती बयान में सनी सिंह ने कहा था कि उसे किसी ने नहीं भेजा और न ही उसने अतीक और अशरफ को किसी के इशारे पर मारा. पुलिस सूत्रों के मुताबिक तीनों का यह बयान भ्रामक है। इस हत्याकांड के पीछे कोई बड़ा चेहरा है। इसका पर्दाफाश करने के लिए एसआईटी अब दोबारा पूछताछ की तैयारी कर रही है। इसके अलावा हत्या में इस्तेमाल तुर्की पिस्टल की कहानी अभी भी काफी हद तक उलझी हुई है.
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