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Saturday 12 Apr 2025 6:44 AM

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अतीक के पक्ष में सीबीआई अधिकारी ने उमेश पाल अपहरण मामले में अतीक के बचाव में कोर्ट में दिया बयान!


माफिया अतीक अहमद के बचाव में कोर्ट में गवाही देने वाले सीबीआई के डिप्टी एसपी अमित कुमार की मुश्किलें बढ़ गई हैं. उनके खिलाफ राज्य सरकार के अभियोजन विभाग ने केंद्र सरकार के कार्मिक एवं प्रशिक्षण विभाग में शिकायत दर्ज करायी है. मामले में जांच की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है। दरअसल, डिप्टी एसपी पर उमेश पाल अपहरण मामले में अतीक के बचाव में गवाही देने का आरोप है. इतना ही नहीं राजू पाल हत्याकांड में गवाहों की सूची से उमेश पाल का नाम हटा दिया गया। सीबीआई अधिकारी के खिलाफ भी कार्रवाई की सिफारिश की गई है। केंद्रीय गृह मंत्रालय ने मामले की जांच के आदेश दिए हैं, बताया जा रहा है कि मामले की जांच भी शुरू हो गई है. जांच टीम मामले की जांच करेगी और अपनी रिपोर्ट केंद्रीय गृह मंत्रालय को सौंपेगी। यह भी माना जा रहा है कि डिप्टी एसपी अमित कुमार के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।


उमेश पाल का नाम हटाने के बाद लगा सवालिया निशान


उमेश पाल 2005 के बसपा विधायक राजू पाल हत्याकांड का गवाह था। लेकिन इस मामले में उमेश पाल को गवाह न मानने और केस डायरी में उनके बयान का जिक्र नहीं करने के कारण सीबीआई के डिप्टी एसपी अमित कुमार की भूमिका संदिग्ध नजर आई. चर्चा है कि अमित कुमार अतीक और उसके गुर्गों से जुड़ा हुआ था। यही वजह रही कि मामला राजू पाल से लेकर उमेश पाल के अपहरण तक कमजोर पड़ गया और अधिकारी ने अतीक को बचाने की पूरी कोशिश की.


कोर्ट ने डिप्टी एसपी पर उठाए थे सवाल


कोर्ट ने डिप्टी एसपी अमित कुमार की इस संदिग्ध कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाया था. अतीक और उसके साथियों को 28 मार्च को आजीवन कारावास की सजा सुनाने वाली विशेष एमपी-एमएलए कोर्ट के न्यायाधीश दिनेश कुमार ने भी अमित कुमार की भूमिका पर सवाल उठाया. उमेश पाल अपहरण मामले के 142 पन्नों के फैसले में भी जज ने कई जगहों पर सीबीआई के डिप्टी एसपी अमित कुमार की भूमिका का जिक्र किया है.


अमित कुमार ने कोर्ट में दलील दी


कोर्ट में अतीक के पक्ष में गवाही देते हुए डिप्टी एसपी ने दलील दी कि राजू पाल हत्याकांड में उमेश पाल गवाह नहीं है तो उसका अपहरण क्यों होगा? जज के फैसले को सीबीआई के डिप्टी एसपी के खिलाफ शिकायत का आधार भी बनाया गया है. अभियोजन पक्ष ने प्रयागराज के जिलाधिकारी के माध्यम से केंद्रीय गृह मंत्रालय को डिप्टी एसपी से शिकायत की है. सूत्रों की माने तो सीबीआई के एक अन्य डिप्टी एसपी के नेतृत्व में एक जांच दल प्रयागराज पहुंचा और दस्तावेजों की खंगाली में लगा हुआ था.


अपर शासकीय अधिवक्ता अपराधी सुशील कुमार वैश्य का कहना है कि इस आशय का पत्र भेजा जा चुका है. जांच चल रही है।

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