साहेब ! टूटा गेट तो फिर भी बन जायेगा पर मेरा बेटे को वापस ला सकते हो क्या ?प्रयागराज में रिटायर्ड फौजी के बेटे ने किया सुसाइड....
प्रयागराज पुलिस कमिश्नरेट के धूमनगंज थाना क्षेत्र के साकेत नगर मुहल्ले में एक पूर्व सैनिक पुत्र ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली. इसी साल उसने इंटरमीडिएट की परीक्षा पास की।
रिटायर्ड फौजी पिता का आरोप है कि उनकी स्कॉर्पियो कार की टक्कर से पड़ोसी अधिवक्ता का गेट टूट गया। जिससे आक्रोशित अधिवक्ता ने पहले बेटे सनी की जमकर पिटाई की और फिर पुलिस को बुला लिया. पुलिस पर इतना दबाव बनाया कि पुलिस उसकी पत्नी और बड़े बेटे को चौकी ले गई। जिससे डरकर छोटे बेटे ने आत्महत्या कर ली। रोते समय यह कहते-कहते पिता के आंसू नहीं रुक रहे थे साहब! टूटा गेट ठीक हो जाएगा लेकिन क्या आप मेरे बेटे को वापस ला सकते हैं ?
धूमनगंज में किराए पर रहता है पूर्व सैनिक परिवार
मूल रूप से बांदा जिले के अतर्रा निवासी संतोष कुमार सिंह सेवानिवृत्त फौजी हैं. वह अपने परिवार के साथ प्रयागराज के धूमनगंज थाना क्षेत्र के साकेत नगर मुहल्ले में किराए के कमरे में रहता है. उनके दो बेटे और एक बेटी है। पत्नी हैं गुड़िया सिंह। उनके दूसरे पुत्र शनि शैल सिंह ने उसी वर्ष हाई स्कूल की परीक्षा उत्तीर्ण की। मां गुड़िया देवी ने बताया कि संतोष सिंह शुक्रवार को अपने गांव बांदा गया हुआ था.
सनी स्कॉर्पियो को धुलवाने ले जा रहा था
दोपहर में शनि मां गुड़िया देवी से स्कॉर्पियो कार की चाबी मांगने के बाद वह कार निकाल कर बाहर ले जा रहा था. उसकी कर की ठोकर से पड़ोसी की दीवार और फाटक क्षतिग्रस्त हो गया। जिससे नाराज पड़ोसी अधिवक्ता ने रिटायर्ड फौजी के बेटे सनी से मारपीट की. हंगामा हुआ तो सनी की मां गुड़िया सिंह पहुंच गईं। संतोष सिंह का कहना है कि उसकी पत्नी गुड़िया देवी क्षतिग्रस्त दीवार और गेट बनवाने की बात कर ही रही थी कि इसी बीच सनी अधिवक्ता के चंगुल से छूटकर अपने घर के अंदर भाग गया. वकील ने पुलिस बुला ली।
मां-बेटे को हरवारा पुलिस चौकी में बिठाया
धूमनगंज में हरवारा पुलिस चौकी से पहुंचे पुलिसकर्मियों ने स्कॉर्पियो को थाने भिजवा दिया। उसकी मां गुड़िया और बड़े बेटे को चौकी पर बुलाकर ले गई। पुलिस मां और भाई को साथ ले गई। इससे बौखलाए सनी शैल सिंह ने कमरे में जाकर पंखे की छत में चादर के फंदे से फांसी लगा ली।
मकान मालिक ने देखा तो सन्नी के बड़े भाई को बुलाया। जो हरवारा पुलिस चौकी में था। छोटे भाई की फांसी की खबर सुनकर पुलिसकर्मी भी सहम गए। पिता संतोष सिंह का कहना है कि उसके कुछ देर बाद ही मां-बेटे को छोड़ दिया गया।
पुलिस के कारण बड़े बेटे की बीकॉम की परीक्षा छूट गई
सेवानिवृत्त फ़ौजी का आरोप है कि पड़ोसी की धमकी और उसकी मां व भाई को पुलिस द्वारा उठा ले जाने से सनी शैल सिंह काफी डरा हुआ था. इसी में उसने आत्महत्या कर ली। वह पढ़ने में बहुत होशियार था। 12वीं फर्स्ट डिवीजन से पास की। संतोष सिंह का आरोप है कि पुलिस की ज्यादती के चलते उनके बड़े बेटे की बीकॉम की परीक्षा भी छूट गई। बेटे ने की आत्महत्या तो अधिवक्ता परिवार गायब हो गया
इंस्पेक्टर राजेश कुमार मौर्य का कहना है कि लड़के ने स्कॉर्पियो गाड़ी पड़ोसी के घर में घुसा दी थी. जिससे दरवाजा टूट गया। इसके बाद वह कार छोड़कर भाग गया। पुलिस ने वाहन को थाने भिजवा दिया था। दोनों पक्षों में समझौते की बात चल रही थी। तभी पुलिस सनी की मां, भाई और पड़ोसी को पुलिस चौकी ले गई। दोनों के बीच सुलह की बात चल ही रही थी कि तभी खबर आई कि सनी ने फांसी लगा ली है। सनी का पुलिस द्वारा पकड़े जाने का कोई इरादा नहीं था, ऐसा पुलिस वालो का कहना है !
Comments