कोल्ट पिस्टल से हुई थी उमेश की हत्या: FSL रिपोर्ट में खुलासा; उमेश और गनर के शरीर में कोल्ट पिस्टल से चली गोलियां लगी थीं!
अधिवक्ता उमेश पाल की हत्या मामले में फोरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) की रिपोर्ट
15 फरवरी 2023 को अधिवक्ता उमेश पाल की हत्या मामले में फोरेंसिक साइंस लैब (एफएसएल) की रिपोर्ट आ गई है। रिपोर्ट में खुलासा हुआ है कि जिस कोल्ट पिस्टल से उमेश पाल और उनके दो गनर की हत्या की गई थी, वह अतीक अहमद की थी। बैलिस्टिक रिपोर्ट से यह साफ हो गया है कि अतीक के चकिया स्थित कार्यालय से बरामद ऑटो कोल्ट पिस्टल से ही उमेश पाल के शरीर पर गोलियां चलाई गईं।
अतीक अहमद की सेमी ऑटोमैटिक पिस्टल उनका बेटा असद चला रहा था. असद भी सीसीटीवी में कैद हुआ था. वह उमेश पाल हत्याकांड का नेतृत्व कर रहा था. पुलिस ने अतीक-अशरफ को रिमांड पर लेकर कसारी-मसारी के एक खंडहर मकान में छिपाकर रखी गई कोल्ट पिस्टल बरामद कर ली। उनकी एफएसएल रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है. इसी पिस्टल से चली गोली से उमेश पाल और गनर की मौत हो गई थी.गनर ने उमेश पाल को बचाने की कोशिश की लेकिन गोली लगने से वह भी घायल हो गया।
कोल्ट पिस्टल का केस, कारतूस और बैलिस्टिक रिपोर्ट
उमेश पाल हत्याकांड के बाद घटनास्थल से उठाए गए खोखे, कारतूस और दो .45 एमएम कोल्ट पिस्टल की बैलिस्टिक रिपोर्ट मैच कर गई है। उमेश पाल, सरकारी गनरों के शरीर में मिली गोलियों, बारूद के कणों, बारूद के कणों का बरामद पिस्तौलों और खोखों से मिलान किया गया है। फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी की रिपोर्ट के मुताबिक उमेश पाल और सरकारी गनर के शरीर में दोनों कोल्ट पिस्टल से निकली गोलियां मिलीं. एक कोल्ट पिस्टल से असद और दूसरे कोल्ट पिस्टल से शूटर गुलाम फायरिंग कर रहा था.
जिस पिस्टल से असद फायरिंग कर रहा था, उसे बाद में पुलिस ने अतीक के कसारी-मसारी स्थित खंडहर मकान से बरामद कर लिया।
विजय चौधरी और अरबाज के पास 32 बोर की पिस्तौल थी
विधि विज्ञान प्रयोगशाला की रिपोर्ट में उमेश पाल हत्याकांड में शूटर विजय चौधरी उर्फ उस्मान की 32 बोर की पिस्टल का भी खुलासा हुआ है. वीडियो में वह हाथ में पन्नी में सब्जियां भी ले जा रहा था और वीडियो फुटेज में फायरिंग करता दिख रहा था.
उमेश को सबसे पहले विजय चौधरी ने अपनी 32 बोर की पिस्टल से गोली मारी। जब उमेश ने विजय चौधरी को पकड़ लिया और उससे भिड़ गया. तभी असद अपनी कार से उतरा और कोल्ट पिस्टल से फायरिंग शुरू कर दी. उमेश की हत्या कर दी गयी. दूसरी ओर, हमलावर गुड्डु मुस्लिम बम फेंककर बैकअप देता रहा।
गोली उमेश की गर्दन और पेट में लगी
बाद में विजय चौधरी पुलिस मुठभेड़ में मारा गया. पुलिस को उसके पास से जो 32 बोर की पिस्टल मिली है. इस पिस्टल को भी जांच के लिए एफएसएल भेजा गया. विधि विज्ञान प्रयोगशाला ने बताया है कि विजय के पास से बरामद तमंचे से उमेश पाल की गर्दन और पेट में गोली मारी गई थी।
इसके अलावा मुठभेड़ में मारे गए अरबाज के पास से बरामद पिस्टल से भी उमेश और गनर पर फायरिंग की पुष्टि हुई है। उमेश और गनर के शरीर में मिली गोलियों का मिलान इन पिस्तौलों से किया गया।
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